दशलक्षण महापर्व के पांचवें दिन मधुबन में उमड़ा श्रद्धा और भक्ति का सैलाब/उत्तम सत्य धर्म पर प्रवचन, हजारों श्रद्धालु हुए शामिल ।
SHIKHAR DARPANMonday, September 01, 2025
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पीरटांड़,शिखर दर्पण संवाददाता।
जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में सोमवार को पर्वराज पर्युषण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म का पालन पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ किया गया। इस अवसर पर सुबह से ही मंदिरों और कोठियों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा वातावरण भक्ति और आध्यात्म से सराबोर हो गया।सुबह श्रद्धालुओं ने 20 कोठी, समवशरण मंदिर, तीस चौबीसी मंदिर, विमल समाधी मंदिर, 13 पंथी कोठी, त्रियोग आश्रम, गुणायतन, सिद्धायतन और कुंदकुंद कहान नगर सहित विभिन्न संस्थानों व मंदिरों में अभिषेक, शांतिधारा और भक्ताम्बर पूजन किया। दिनभर धार्मिक अनुष्ठान चलते रहे । दोपहर में प्रवचन और सत्संग का आयोजन हुआ, वहीं संध्या कालीन सत्र में भक्ताम्बर पाठ, प्रश्न मंच और सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से श्रद्धालुओं को धर्म के महत्व से अवगत कराया गया।
*प्रवचन में सत्य धर्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए:- साधु-साध्वियों ने अपने प्रवचन में कहा कि उत्तम सत्य धर्म आत्मा की प्रकृति को जानने का मार्ग है। सत्य को दबाया जा सकता है, पर परास्त नहीं किया जा सकता। अंतिम विजय सदैव सत्य की ही होती है। उन्होंने जोर देते हुए कहा – “सदा सत्य बोलो, कम बोलो, परंतु सार्थक बोलो। ऐसा सत्य बोलो जिससे विवाद शांत हो जाए, भड़काए नहीं।”साथ ही बताया कि धन-संपत्ति का अंबार लगाना ही सत्य नहीं है, बल्कि आत्मा में समाहित वास्तविक सत्य की पहचान करना ही जीवन का मूल उद्देश्य है। *प्रश्न प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा:- इधर पारस ज्योति मंडल द्वारा आयोजित धार्मिक प्रश्न प्रतियोगिता में एक नन्ही बच्ची ने सही उत्तर देकर सभी का मन मोह लिया और पारितोषिक प्राप्त किया। *श्रद्धालुओं की रही भारी भागीदारी:- कार्यक्रम को सफल बनाने में अतुल बघेलवार, सुमन कुमार सिन्हा, नागेंद्र सिंह, डिम्पल जैन, अतिशय जैन, बिनोद जैन, मनोज जैन, अरविंद जैन, सतेंद्र जैन, राहुल जैन, अभिनव जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और गणमान्य लोगों की सक्रिय भागीदारी रही।