जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पारसनाथ पर्वत पर मकर संक्रांति मेला के बाद कचड़े का अंबार लगा हुआ है।पारसनाथ पर्वत के तलहटी से लेकर ऊपर तक प्लास्टिक प्लास्टिक का बोतल प्लेट एवं अन्य प्रकार के कचरे फैले हुए हैं।जिसकी सफाई का अभियान भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी ने प्रारंभ की है । कमेटी द्वारा पर्वत पर, बंदना मार्ग एवं नीचे मधुबन सहित बाजार की सफाई का अभियान चला कर सफाई की जा रही है। यहां यह बता दें कि 14,15 एवं 16 जनवरी को हरेक वर्ष मधुबन में मकर संक्रान्ति के उपलक्ष्य पर मकर संक्रांति मेला समिति की ओर से मेला का आयोजन किया जाता है जिसमें लगभग 50 से 60 हजार लोग शिरकत करते हैं ।
इसकी जानकारी देते हुए कमिटी के महाप्रबंधक सुमन कुमार सिन्हा ने बताया कि कमिटी की और से पर्वत वंदना मार्ग की सफाई की जा रही है। तलेटी से ऊपर की ओर एवं पारसनाथ टोंक से नीचे की ओर सफाई अभियान चला कर सफाई की जा रही है। कमेटी ने पारसनाथ पर्वत एवं मधुबन आने वाले लोगों से अपील करती है की पर्वत पर कूड़ा कचरा न फेंके जगह जगह कूड़ा दान लगा है। उसका उपयोग करें पानी के खाली बोतल निचे लेकर आये पर्यावरण संरक्षण में सहयोगी बने। मेला में हजारों की संख्या में राज्य भर से लोग पारसनाथ पर्वत घूमने आए। इसी दौरान पारसनाथ पर्वत से लेकर नीचे मधुबन में भी जगह-जगह कचरा का अंबार लग गया। लोग जहां-तहां पानी का बोतल,प्लेट एवं अन्य सामान फेंक दिए हैं। जिससे पूरा मधुबन समेत पारसनाथ पर्वत गंदा हो गया है।