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झंडा मैदान में जिला स्तरीय किसान मेला-सह-फसल प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन।

मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त व जिला परिषद अध्यक्षा के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।

गिरिडीह स्थित झंडा मैदान में जिला स्तरीय किसान मेला-सह-फसल प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी,20 सूत्री अध्यक्ष संजय सिंह, जिला सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। मौके पर उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारी के अलावा जिले के सभी प्रखण्डों से अधिक से अधिक संख्या में किसान, किसान मित्र, प्रगत्तिशील कृषक उपस्थित थे। इस मेले में कृषि एवं कृषि संबंध विभाग के साथ-साथ कृषि विज्ञान केंद्र एफपीओ खाद बीज भंडार सहित कुल 18 स्टॉल लगाए गए एवं मंच के साथ-साथ कृषि एवं कृषि संबंध विभाग के पदाधिकारी सभी विभाग के कर्मी किसान मित्र एग्री स्मार्ट ग्राम के कृषक पाठशाला के कर्मी प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सहायक तकनीकी प्रबंधक जन सेवक एग्री क्लीनिक के कर्मी कृषक उत्पादक संगठन के कृषक विभिन्न प्रखंड से सैकड़ो किसान उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि यह मेला किसानों के लिए नयी तकनीकों, जैविक खेती, उद्यानिकी और मत्स्य पालन में उन्नति के अवसर प्रदान करेगा। मेले में किसानों को उनकी उपज का मूल्य बढ़ाने, विपणन रणनीतियों और पर्यावरण अनुकूल खेती पर जोर दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना प्राथमिकता है। उपायुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष, उप विकास आयुक्त ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण कर जायजा लिया तथा मेले में प्रदर्शित कृषि उपकरण, तकनीकी नवाचार, जैविक उत्पादों, फसलों, फल, फूल और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। उपायुक्त ने कहा, "इन स्टालों के माध्यम से किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और संसाधनों की जानकारी मिल रही है, जो उनके उत्पादन को बढ़ाने और लागत कम करने में सहायक होगी।  फल और सब्जी प्रदर्शनी ने किसानों को उनकी फसलों के बेहतर उत्पादन और संरक्षण के नए तरीकों से परिचित कराया. इस प्रदर्शनी में जैविक उत्पादों, स्थानीय सब्जियों और फलों की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया।

वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परिषद अध्यक्षा मुनिया देवी द्वारा कहा गया कि यह मेला किसानों के लिए बहुत लाभकारी है और अधिक प्रचार प्रसार करते हुए किसानों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है इनके द्वारा बताया गया कि तकनीकी ढंग से खेती करने की सलाह को यदि किसान अपने छिड़काव की विधि एवं समय पर करें तो किसानो को अधिक लाभ होगा। जबकि कार्यक्रम के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि किसान स्वावलंबी बने किसान वैज्ञानिक तरीके से खेती कर खेती की लागत कम कर सकते हैं जैसे बीज का चुनाव बीज की मात्रा समय पर सिंचाई पौधे की दूरी बीज उपचार रोगों में अनुशंसित दवाई का प्रयोग आदि अपनाते हुए अपनी खेती की लागत को कम कर सकते हैं साथ ही साथ नीम, करंज, सरसों खली आदि का उपयोग करें। वैज्ञानिक विधि से खेती की विस्तृत जानकारी इनके द्वारा दी गई वैज्ञानिक विधि से खेती करने से 5 से 7 गुना मुनाफा बढ़ जाता है। आत्मा प्रचार प्रसार के लिए ही मुख्य रूप से जिले में किसानों के लिए कार्य कर रही है। साथ ही कई अहम जानकारी भी दिया।

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