गिरिडीह नगर की जीवन रेखा उसरी नदी के बचाव एवं विकास हेतु गिरिडीह के नागरिकों में जागरूकता लाने की दृष्टिकोण से उसरी बचाओ अभियान के तहत 17 ,18 एवं 19 जनवरी को अमित बरदियार छठ घाट शास्त्री नगर में उसरी महोत्सव के तहत विभिन्न प्रकार के खेल क्रिकेट,कबड्डी ,खो खो,सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत मुशायरा ,कविता ,नृत्य एवं बच्चों का बुद्धि परीक्षण आदि अनेकों कार्यक्रम संपन्न हुआ। उसरी बचाओ अभियान कोर कमेटी के सदस्य सेवानिवृत्ति इंजीनियर विनय कुमार सिंह द्वारा कार्य स्थल पर बताया गया की आज विभिन्न खेलों के साथ-साथ बनखंजो एवं सिहोडीह के जूनियर बच्चो की कबड्डी देखें जो रोमांचक रहा। शाम में कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम चल रहा है। उसरी महोत्सव की तैयारी कोर कमेटी के साथी राजेश सिंन्हा ,आलोक मिश्रा,निशांत कुमार,रंजय सिन्हा, बबलू सिन्हा,बासुदेव राम चंद्रवंशी ,समीर चौधरी सहित सभी सदस्यों के अथक प्रयास से किया गया।
उक्त कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के स्टॉल भी लगाए गये है। मेले में गिरिडीह के हजारों हजार सम्मानित बुद्धिजीवी ,प्रबुद्ध जन एवं काफी संख्या में उसरी बचाओ अभियान के सहयोगी शामिल हुए। यह उसरी महोत्सव निश्चित रूप से विगत कई वर्षों से उसरी नदी के बचाव एवं विकास हेतु चलाए जा रहे। अभियान मे मिल का पत्थर साबित होगा। उनके द्वारा बताया गया की गिरिडीह नगर के बीच से प्रभावित उसरी नदी गिरिडीह के लिए गौरव का विषय है। इसके खत्म हो रहे अस्तित्व को बचाना हम सभी की जिम्मेवारी एवं दायित्व बनता है। उसरी नदी में जा रहे गंदे पानी को नदी के ऊपरी तट पर सोक पीट या वॉटर ट्रीटमेंट से रोकने, बालू उठाव पर रोक लगाने ,नदी में छोटे-छोटे पांच चेक डैम छलके का निर्माण करना, जोंगिंग पार्क का निर्माण, नदी का सीमांकन कर अतिक्रमण मुक्त करना आदि उद्देश्यों को लेकर उसरी बचाओ अभियान के सदस्य दृढ संकल्पित है। जिसमें सभी के सहयोग अपेक्षित है।