सदर प्रखंड के जीतपुर पंचायत के ग्रमीणों ने मनरेगा योजना में अनियमितता के साथ लाखो का गवन करने का लगाया आरोप।
SHIKHAR DARPANSaturday, April 06, 2024
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गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।
गिरिडीह सदर प्रखण्ड अंतर्गत जीतपुर पंचायत में मनरेगा योजना में घोर अनियमित्ता एवं अवैध ढंग से मुखिया और प्रखड पदाधिकारीयों द्वारा सामग्री की राशि निकासी कर बंदर करने का आरोप ग्रमीणों ने लगाया है।जीतपुर के ग्रमीण किसुन हेंब्रम ने उपायुक्त को पत्र लिख कर यह आरोप लगाया है की जीतपुर पंचायत में बीते दिनों दिनांक 24.02.2024 एवं 05.03.2024 को मनरेगा की योजनाओं में लगभग एक करोड सात लाख की समाग्री मद के राशि की निकासी की गई है। यह निकासी वैसी योजनाओं में की गई है जो मनरेगा अधिनियम के विरूद्ध है। जैसे कच्ची सडक की योजना में सामाग्री मद का कहि प्रावधान नहीं है, फिर भी सिमेंट, बालु, इत्यादि के नाम पर 5,57,640/- (पांच लाख सतवान हजार छः सौ चालीस) रू० की निकासी की गई है।साथ ही वैसे पशु शेड जिसका दीवार भी खड़ा नही हुआ है और सामग्री की पुर्ण राशि की निकासी कर ली गई।
वैसी आमबागवानी जिसमें एक भी पेड़ नही है उस में लगभग तीन लाख और इससे अधिक राशि की निकासी कर ली गई। एवं वैसे कुआँ जो कि दो वर्ष पूर्व ही भौतीक पुर्ण है लेकिन इसमें भी सामग्री का भुगतान नहीं किया गया। जीतपुर पंचायत के ग्रमीण किसुन हेंब्रम का कहना है कि ऐसी कई अनिमिताएं की गई है जो कि जांच होने पर स्पष्ट हो जाएगा। और यह सारी निकासी मुखिया एवं बीपीओ की मिली भगत से की गई है। इससे पहले भी इस पंचायत मे मुखिया द्वारा स्वयं खडे होकर जे० सी० बी० मशीन चलाने का मामला मिडिया में वायरल हुआ था।जो मनरेगा लोकपाल गिरिडीह के जॉच के बाद द्वारा प्रकाश में आया था जिसका विडियो किलप आज भी मौजूद है। लेकिन कर्रवाई के नाम पर सिर्फ खाना पुर्ति कर के इतना बड़ा मामला को रफा दफा कर दिया गया।साथ ही किसुन हेंब्रम ने उपायुक्त से मामले की जाँच कर दोषियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
*वही इस मामले में सदर मनरेगा बीपीओ ने बताया कि यह मामला जांच का विषय है जाँच होने के बाद पता चल जाए गया कि काम हुआ यह नही।और कौन दोषी है इस मामले में।