Type Here to Get Search Results !

जैनाचार्य प्रसन्नसागरजी महाराज के पारणा करवाया गया।

मधुबन,शिखर दर्पण संवाददाता।

जैनियों के सुप्रसिद्ध महातीर्थ पारसनाथ पर्वत मे भयंकर ठण्ड होने के पश्चात भी श्री दिगम्बर जैनाचार्य प्रसन्नसागरजी महाराज के द्बारा चल रहे 557 दिनों का मोनव्रत व उपवास का दो दिनो के उपरांत पारणा स्वर्णमयी स्वर्ण भद्र कूट पारसनाथ टोंक परिसर मे करवाया गया। पर मंगल पारणा।गौरतलब हो की गुरूदेव का 557 दिनो का सिंह निष्क्रिड़ित उत्कृष्ट व्रत साधना चल रहा है।विदिद हो की सम्मेद शिखर जी की पावन भूमि पर स्वर्णभद्र कूट पर चल रही निरंतर अंतर्मना आचार्य श्री प्रसन्नसागरजी महाराज की 557 दिवसीय सिंहनिष्क्रिड़ित उत्कृष्ट व्रत साधना मे मंगलवार को 02 दिवस के पश्चात मंगल पारणा करवाया गया।आचार्य श्री का महापारणा अगामी 28 जनवरी को पर्वत के नीचे तलहटी मे बना श्री दिगम्बर जैन बीसपंथी उपरैली कोठी के प्रागंण मे करवाया जाएगा।जिसमे पूरे भारत के अलावे विदेशों से भी सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित होकर आचार्य श्री का महापारणा कराने का आनंद उठाएंगे।आचार्य श्री का अगला पारणा 21 जनवरी को होगा।बताया जा रहा है की वर्तमान मे महावीर के समान साधना करने वाले प्रथम आचार्य अंतर्मना ही है।आचार्य श्री पीछले 21 जुलाई 21 से उपवास व मौनव्रत प्रारंभ किया है।जिसमे कुल 557 दिनो के उपवास के दौरान 61 दिन अन्न जल ग्रहण करेगे बाकी दिनो का उपवास चल रहा है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.