विभिन्न विभागों की समीक्षा कर उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक व उचित दिशा निर्देश।
SHIKHAR DARPANFriday, October 08, 2021
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गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।
जिला समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त की अध्यक्षता में आपूर्ति, कृषि, पीएम किसान, केसीसी, आपूर्ति, पशुपालन, गव्य विकास, भूमि संरक्षण एवं मत्स्य आदि विभाग से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस दौरान उपायुक्त द्वारा विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए सभी पात्र लाभुकों को लाभान्वित करने का निदेश दिया गया तथा आ रही दिक्कतों का त्वरित निष्पादन करने का आवश्यक निदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को निदेश दिया। निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य करें तथा सभी संबंधित योजनाओं की डाटा एंट्री का प्रगति प्रतिवेदन एवं एमआईएस एंट्री आवश्यक रूप से करें।इस दौरान उन्होंने ग्रीन राशन कार्ड एवं सोना सोबरन धोती लुंगी एवं साड़ी योजना का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने का आवश्यक निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि ग्रीन राशन कार्ड एवं सोना सोबरन धोती लुंगी एवं साड़ी योजना को प्राथमिकता देते हुए 28 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत लाभुकों के बीच वितरण सुनिश्चित कराएं।इन योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की कोताही/लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सभी प्रखंडों में चावल दिवस का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं एवं शत-प्रतिशत लाभुकों के बीच राशन वितरण सुनिश्चित कराएं।इसके अलावा उपायुक्त ने PMGKAY एवं NFSA के तहत वितरण किए जा रहे राशन की प्रखंडवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।उपायुक्त ने आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी योजनाओं के सफल कार्यान्वयन को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया है।
जिसमें चावल दिवस, राशन वितरण, ग्रीन राशन कार्ड, नमक/चीनी वितरण, धान अधिप्राप्ति, जूट बैग संग्रहण, आधार सीडिंग, डुप्लीकेट राशन कार्ड आदि का प्रखंडवार समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।इस दौरान उन्होंने कहा कि डुप्लीकेट राशन कार्ड एवं सुषुप्त कार्ड को डिलीट किया जाय, ताकि ज्यादा से ज्यादा योग्य लाभुकों का राशन कार्ड निर्गत किया जा सकें। बैठक में मुख्य रूप से जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, आपूर्ति विभाग/कृषि विभाग/पशुपालन विभाग/उद्यान विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।