गिरिडीह में 2 ,3 एवं 4 को राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में गिरिडीह में बुधवार को एक बैठक की गई जिसमें गांडेय के विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि अभी वर्तमान केंद्र सरकार ने कोयला उद्योग एवं कोल इंडिया में निजीकरण की प्रक्रिया को लागू कर रही है जिसमें कमर्शियल माइनिंग का इजाजत दी गई है. . इससे बड़े-बड़े पूंजीपतियों को फायदा होगा। जब यह लागू हो जाएगा तो कोल इंडिया के श्रमिकों का शोषण होगा, जिससे कोल इंडिया का कोयला कोई नहीं खरीदेगा। कोल इंडिया में कार्यरत श्रमिकों को दिनों-दिन शोषण करते करते इनका सारा मिला हुआ सुविधा को कटौती करके एक सुयोजित तरीके से कोल इंडिया को निजीकरण की ओर ले जाने की सुयोजित साजिश है और हमारा जो 44 श्रम कानून हैं उसे खत्म करके 04 कोड ऑफ कंडक्ट करने का बात चल रहा है श्रमिक कोई भी काम करें उसका कोई भी वर्किंग आवर लिमिट नहीं होगा और 02 दिन की नोटिस में किसी भी श्रमिक को कभी भी नौकरी से बैठा दिया जाएगा। श्रम कानून में संशोधन कर कार्यस्थल में श्रमिकों से 08 घंटे से 12 घंटा कार्य करने पर विवश करेगा।
वहीं गिरिडीह विधायक सुदिप कुमार सोनू ने कहा कोयला उद्योग को प्राइवेट मालिकों से छिनकर राष्ट्रीयकरण कर मजदूरों को हक दिलवाया था। अभी वर्तमान केंद्र सरकार कोयला उद्योग को मिटा देना चाहता है और पुनः पूंजीपतियों के हाथों में कोयला उद्योग को देने की साजिश रच रहा है श्रम कानून संशोधन करके और इसके अधिकार उठाने वाला कोई भी न रहे ऐसा कानून भी बनाने जा रहा है। इस श्रम कानून से मजदूरों में इसका काफी रोष है इसी कारण से आज हड़ताल की रूपरेखा तैयार हुई है। मौके पर संजय सिंह,एन पी सिंह,बलराम यादव,तेजलाल मंडल, मदन विश्वकर्मा, संतोष सिन्हा, दिलिप मंडल, नारायण दास, सीता राम हंसदा,जानकी पांडेय, लखन रवानी,चुडका हंसदा, अमरदीप विश्वकर्मा, रिंकू जयसवाल,मो0 इकबाल, मो0 हासिम, सुधीर सिंह,निजाम अंसारी, जगत पासवान, आदि संयुक्त मोर्चा के साथीगण मौजूद थे।