पालगंज स्थित श्री बंशीधर मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजन विधान आयोजित किया गया । यहां यह बता दें कि हरेक वर्ष आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है । पालगंज स्थित श्री बंशीधर मंदिर में पिछले दो सौ सालों से गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजन विधान का आयोजन होते आया है । दो सौ साल पहले इस मंदिर के पुजारी मथुरा भक्त श्री धाम वृंदावन गये थे और वो वहां श्री धाम वृंदावन के श्री राधा बल्लभ सम्प्रदाय में दीक्षा ग्रहण किया,तब से लेकर अब तक यहां गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूजन विधान होते आ रहा है । जिसके अंतर्गत रविवार को भी गुरु पूजन विधान का आयोजन किया गया, जिसमें राधा बल्लभ सम्प्रदाय के सभी लोगों ने भाग लेकर अपने गुरु महाराज की पूजा अर्चना की । यहां यह बता दें कि श्री राधा बल्लभ सम्प्रदाय भारत का अंतिम संप्रदाय है ।
सन् 1525 ईस्वी में श्री हित हरिवंश महाप्रभु ने श्री राधा वल्लभ संप्रदाय की स्थापना की श्री धाम वृंदावन में श्री राधा वल्लभ जी मंदिर की स्थापना कर प्रतिमा का स्थापन किया उन्हीं के वंशज श्री हित अक्षय कुमार गोस्वामी हरेक वर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पालगंज श्री बंशीधर मंदिर आते थे लेकिन इस वर्ष लॉकडाउन के कारण महाराज श्री नहीं आ पाए इसलिए लोगों ने उनके चित्र का पूजा कर विधान को पूरा किया । इस अवसर पर कलश स्थापन पंचदेव पूजन नवग्रह पूजन षोडश मातृका पूजन राधाबल्लभ पूजन भगवान श्री बंशीधर पूजन एवं अंत में गुरु पूजन का आयोजित कर भजन कीर्तन भी किए गए कार्यक्रम को बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लेकर सफल बनाया ।