मगसमाज के प्रखर सूर्य, धर्म-तन्त्र-ज्योतिष के ज्ञाता स्वामी शैलेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज के निधन पर पालगंज स्थित श्री बंशीधर मंदिर में शोक सभा का आयोजन किया गया । जिसमें भजन, उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । जिसमें वार्ताओं ने कहा कि स्वामी शैलेन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज हमसबों के बीच नहीं रहे -यह समाचार हमसबों के लिए अत्यन्त दुःखदायी है। महाकाल की सर्वोपरि ईच्छा ही सर्वमान्य होती है। स्वामीजी विगत् कई महीनों से अपनी किडनी रोग से ग्रसित हो पीडादायक जीवन से सँघर्ष कर रहे थे।इनके कार्यकलाप का स्मरण करें-इन्होंने अपने अमूल्य और विचारवान मार्गदर्शन से समाज मेँ एक अटूट ऊर्जा का सँचार किया था। ये सामाजिक एकता के लिए सदैव ही चिन्ता और चिन्तन समानरूप से किया करते थे। मगसमाज के ऐसे प्रखर नक्षत्र के असामयिक सूर्यलीन होने से मग समाज विनम्र भाव से स्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैँ एवँ यही प्रार्थना करते हैं कि सूर्यदेव आदित्यलोक मेँ इन्हें स्थान देँ।।
कार्यक्रम में मंदिर के महंत शिशिर भक्त, विपुल वत्सल, निकुंज केतन भक्त, ग्रीष्म कुमार भक्त,अभय उपाध्याय, भागवत भक्त, चरित्र केतन भक्त, केशव भक्त,धीरज कुमार, कुमार प्रिंस, विशाल गौरव,अनिलेश गौरव, लाडली सहित कई लोग शामिल थे ।