जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन में इन दिनों लोक डाउन के कारण यहां काम करने वाले दस हजार मजदूरों का हाल बेहाल हो गया है । उक्त बातें भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा एवं मधुबन के मजदूर नेता बुधन हेंब्रम ने संयुक्त रूप से कही है । दोनों नेताओं ने कहा कि मधुबन का हाल बेहाल है गरीबों के बारे में कोई पूछने वाला नहीं है । दस हजार डोली मजदूर फटे हाल हैं । कहा कि जब से लोक डाउन लगा है तब से मजदूरों का हाल बेहाल है, डोली मजदूर भूखमरी के कगार में पहुंच गए हैं । सरकार के तरफ से कोई पूछने वाला नहीं है ।
अभी तक कोई डोली मजदूरों का हाल कोई पूछने तक नहीं आया है । कहा कि दस हजार मजदूरों का कार्ड बना हुआ है न जाने और कितने मजदूर यहां मजदूरी कर अपना घर परिवार चलाते होंगे । यहां के जन-प्रतिनिधि भी उदासीन रवैया अपनाये हुए हैं । ज़ोर देते हुए कहा कि प्रदेश में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार है और इस क्षेत्र में उसकी ही पकड़ है बावजूद मजदूरों के हित में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है । स्थानीय विधायक पर कटाक्ष करते हुए बुधन हेंब्रम ने कहा कि लोक डाउन के पहले विधायक मधुबन आया करते थे लेकिन लोक डाउन के बाद मजदूरों को बिल्कुल भूल बैठे हैं ।