दशलक्षण महापर्व के सातवें दिन उत्तम तप धर्म का पालन किया गया/मंदिरों में श्रद्धालुओं की लगी भीड़ ।
SHIKHAR DARPANWednesday, September 03, 2025
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पीरटांड़,शिखर दर्पण संवाददाता।
जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन में जैन धर्मावलंबियों द्वारा पर्वराज पर्युषण के सातवें दिन बुधवार को उत्तम तप धर्म का पालन किया गया । तीर्थस्थल मधुबन में इस अवसर पर आचार्यों, मुनियों, साधु, साध्वी, श्रावक, श्राविका एवं साधकों द्वारा आस्था और भक्ति के साथ उत्तम तप धर्म का पालन करते हुए जिनालयों में विषेश पूजा अर्चना की गई । पर्व के सातवें दिन उत्तम तप धर्म के रूप में मनाया गया। इस मौके पर सुबह जिनालयों , मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा वातावरण भक्ति व आध्यात्म से सराबोर हो गया। सुबह के समय मंदिरों में श्रद्धालुओं ने अभिषेक, शांति धारा और भक्ताम्बर पूजन किया। दिनभर धार्मिक अनुष्ठानों का दौर चलता रहा। दोपहर में प्रवचन और सत्संग का आयोजन हुआ, वहीं संध्या कालीन सत्र में भक्ताम्बर पाठ, प्रश्न मंच और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर श्रद्धालुओं को धर्म के महत्व से अवगत कराया गया। इस अवसर पर साधु साध्वीओं ने अपने प्रवचनों में उत्तम तप धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्तम तप भाव के साथ दशलक्षण पर्व के दौरान उपवास करते हैं ।
या फिर एक समय भोजन करते है । हालांकि तप का मतलब सिर्फ उपवास करना नहीं बल्कि अपनी इच्छाओं और ख्वाहिशों को बस में रखना तप है । कहा कि तप के द्वारा निर्जरा होती है । तप के समय शरीर को बस तपाना नहीं है । प्रतिकुलता के साथ कर्मों की निर्जरा को भी सहन करना चाहिए यही उत्तम तप धर्म कहलाता है । इस अवसर पर समवशरण मंदिर में पारस ज्योति क्लब द्वारा धार्मिक प्रश्न मंच का आयोजन किया गया जहां प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया । इस अवसर पर अद्भुत अकल्पनीय अविस्मरणीय रोम रोम पुलकित कर देने वाला दृश्य एक साथ 57 पिचछीयों ने हजारों शिवरार्थीयों को पहाड़ तक ले जाकर की भाव वंदना एवं मधुबन के मंदिरों की देव वंदना । कार्यक्रम सौरभांचल, सन्मति साधना सदन, त्यागी व्रती आश्रम,लेवेन्च्यु भवन, उत्तर प्रदेश प्रकाश भवन, निहारिका,भरत कुसुम मोदी भवन, इलायची माता मंदिर,कांच मंदिर,20 पंथी कोठी,13 पंथी कोठी,गुणायतन सहित कई मंदिर में पूजा अर्चना की गई ।