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भव्य कलश यात्रा के साथ गायत्री महायज्ञ शुरू।

बगोदर,शिखर दर्पण संवाददाता।

राष्ट्रीय जागरण 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ बगोदर ट्रेनिंग मैदान से भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हो गया। कलश यात्रा का शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य कमलदेव सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष छोटे लाल यादव एवं बगोदर पंचायत समिति प्रमुख तथा प्रांतीय युवा प्रतिनिधि सुरेश यादव के द्वारा सामूहिक दीप प्रज्वलन एवं मशाल प्रज्वलित करके प्रारंभ किया गया। मुख्य 24 ब्रह्म वादिनी बहनों के द्वारा मुख्य कलश को धारण करके सामूहिक गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ प्रारंभ किया गया। ट्रेनिंग स्कूल मैदान से बगोदर बस पड़ाव एवं बाजार होते हुए दुर्गा मंडप से होकर जमुनिया नदी तट पर विधिवत कलश पूजन स्वस्तिवाचन एवं गंगा पूजन के साथ जल भरकर जय घोष करते हुए कलश को यज्ञशाला में स्थापित किया गया। शांतिकुंज हरिद्वार के केंद्रीय प्रवक्ता की टोली ने यज्ञशाला में कलश की महिमा पर सारगर्भित उद्बोधन देते हुए कहा हर शुभ अवसर पर कलश यात्रा और कलश पूजन किया जाता है। क्योंकि कलश में मुख्य रूप से ब्रह्मा विष्णु महेश पास होता है जैसे भागीरथी गंगा को शिव ने अपने जट्टे पर धारण किया और पुनः धरती पर प्रवाहित होने में सहयोग किया। उसी प्रकार आप सभी कलशधारी बहनों ने मां गंगा को कलश के रूप में अपने सिर पर धारण करके बगोदर का भ्रमण किया है।और पुनः इस यज्ञ भूमि में ज्ञान गंगा के रूप में स्थापित कर रहे हैं जो बहुत ही सौभाग्य का विषय है। हर मनुष्य का जीवन परमात्मा का जीवंत घट है, जिसमें रिद्धि सिद्धि का भंडार छिपा पड़ा है गायत्री महामंत्र की उपासना से अपने अंदर के छिपे दिव्य गुणों को उभारना एवं अपने दुर्गुणों को छोड़ना ही गायत्री महायज्ञ का उद्देश्य है। शांतिकुंज की संगीत टोली ने कलश गीत गाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को सरोबार कर दिया। गायत्री परिवार के जिला प्रबंधक दृष्टि कामेश्वर सिंह ने गायत्री महायज्ञ में नारियों की गरिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा नारी ही नारायणी है। देवियां देश की जाग जाए अगर युग स्वयं ही बदलता चला जाएगा।

वही जमुनिया नदी तट पर प्रांतीय युवा प्रतिनिधि सुरेश यादव जी विधिवत मंत्र उच्चारण के साथ कलश पूजन का क्रम संपन्न कराया और कहा गायत्री महायज्ञ धर्म के वास्तविक स्वरूप से परिचित कराते कहा गायत्री  महायज्ञ आंदोलन का रूप धारण कर चुका है जिसका एकमात्र उद्देश्य है हम बदलेंगे युग बदलेगा हम सुधरेगा। वही हजारीबाग उप जॉन के प्रतिनिधि रघुनंदन विश्वकर्मा, देवघर उप जॉन के प्रतिनिधि बुधन प्रसाद वर्मा भागीरथ सिंह सहित अनेक गणमान्यों की गरिमा में उपस्थिति में कलश यात्रा शानदार तरीके से संपन्न हुआ। कलश यात्रा के दौरान गायत्री माता की जय, परम पूज्य गुरुदेव की जय, परम वंदनीय माता जी की जय, हम बदलेंगे युग बदलेगा ,हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, ज्ञान यज्ञ की ज्योति जलाने हम घर-घर में जाएंगे, मानव मात्र एक समान नर और नारी एक समान एक पिता की सब संतान। नशा नाश की जड़ है भाई इसने ही सब आग लगाई। जो हुआ नशा का शिकार उजड़ा उसका घर परिवार। जैसे गगन भेदी नारों से पूरा बगोदर गूंजायमान हो उठा। झांकी में ब्रह्म वादिनी बहनों ने भारत माता दुर्गा माता के भेष में जीप पर सवार होकर नारी की गौरव गरिमा से अवगत कराया। पूरे कार्यक्रम का संयोजन बगोदर गायत्री परिवार के संजय चौरसिया जी कर रहे हैं।

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