कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स रांची के 6 वर्षीय विवान शौर्या ने पेंटिंग में जीता अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार।
SHIKHAR DARPANThursday, January 19, 2023
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राँची,शिखर दर्पण संवाददाता।
डोरंडा रांची के रहने वाले कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के 6 साल के विवान शौर्य ने अपनी प्रतिभा के बल पर झारखण्ड का नाम अंतरास्ट्रीय पटल पर रोशन किया है | इन्होने इस उम्र में विश्व की प्रतिष्ठित चित्रकला प्रतियोगिता *“क्रिएटिव ब्रिलियंस 2022 पिकासो आर्ट कांटेस्ट”* में अपनी कला प्रतिभा के बल पर स्टार आर्टिस्ट का अवार्ड प्राप्त किया है | ये प्रतियोगिता 2014 से प्रतेक वर्ष आयोजित की जा रही है | इस वर्ष प्रतियोगिता में *38 देशों से 1100 से अधिक प्रतिभागीओं* ने भाग लिया था जिसमे इटली, हांगकांग, कनाडा, तुर्की, ऑस्ट्रिया, वियतनाम, रोमानिया, बुल्गारिया, सायप्रस, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, श्रीलंका, बांग्लादेश एवं अन्य देश शामिल हैं | जिसमे *6 से 10 वर्ष वाले ग्रुप में* 6 वर्षीय विवान ने इस प्रतियोगिता में अपने देश और राज्य का गौरव बढ़ाते हुए ये पुरस्कार प्राप्त किया है | विवान झारखंड राज्य से एकमात्र विजेता हैं l विवान को 100 में से 93 अंक प्राप्त हुए हैं जिसके लिए इन्हें स्टार आर्टिस्ट सर्टिफिकेट ऑफ़ अचीवमेंट प्रदान किया गया |
इस प्रतियोगिता में एथेंस ग्रीस की चित्रकार मेर्सा अनास्तासियादौ एवं अर्मनिया के कला शिक्षाविद एवं शोधकर्ता माने अब्राह्मयान निर्णायक की भूमिका में थी | प्रतियोगिता के सरे मापदंडों पर जिसमे नवाचार, रचनात्मकता, आकर्षक, पूर्णता, कलाकार की आयु, प्रस्तुति और कलात्मक क्षमता के आधार पर चुनाव किया जाता है | इस प्रतियोगिता में विवान ने भगवन गणेश की अब्स्त्रक्त पेंटिंग बनाई थी जिसमे जिसमे बोल्ड और वाइब्रेंट कलर्स का इस्तेमाल किया था | विवान अभी जवाहर विद्या मंदिर श्यामली का कक्षा 1 का छात्र है | इस अवसर पर विवान के विद्यालय के प्राचार्य समरजीत जाना एवं सभी शिक्षकों ने भी बधाई दिया |इससे पूर्व जून 2022 में विवान ने सबसे कम उम्र में 129 पेंटिंग्स बनाने के लिए अपना नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज कराया था | विवान जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली का पहली कक्षा का छात्र है | विवान के गुरु और पिता धनंजय कुमार खुद भी प्रख्यात चित्रकार हैं और कलाकृति स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के संथापक है | उन्होंने बताया की विवान ने 2 वर्ष की छोटी उम्र से ही पेंटिंग बनाना शुरू कर दिया था और छोटे से ही अपने पिता के मार्गदर्शन में चित्रकारी के गुर सीख रहा था | लॉक डाउन के समय का सदुपयोग कर विवान ने पेंटिंग्स बनाना शुरू किया और लगभग 150 से अधिक पेंटिंग्स बनाई | इस दौरान विवान ने 25 से अधिक अन्तराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य और जिलास्तर के पुरस्कार भी प्राप्त किये | जिसके लिए झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरने ने भी विवान की मिलकर प्रोत्साहित किया है | विवान की माता रजनी कुमारी ने बताया की विवान पेंटिंग के अलावा एक्टिंग, रोल प्ले, कहानी वचन, भाषण, कविता वचन और पियानो में भी अपनी प्रतिभा से बड़े बड़े मंच पर प्रदर्शित कर पुरस्कार प्राप्त किये हैं |