अधिकांश गांवों में अतिरिक्त राशन वितरण में हो रहा जमकर घोटाला:-माले
SHIKHAR DARPANSunday, October 10, 2021
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गांडेय,शिखर दर्पण संवाददाता।
गांडेय प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश गांवों में अतिरिक्त राशन वितरण में जमकर घोटाला हुआ है। बरमसिया-1, रसनजोरी तथा ताराटांड़ पंचायतों से ऐसी खबरें आ रही हैं। एक गांव के अधिकांश कार्ड धारियों ने कहा कि उन्हें एक माह का भी अतिरिक्त राशन नहीं मिला है। जबकि दूसरी जगहों पर भी अलग-अलग तरह से गड़बड़ी हुई है। सितंबर महीने का राशन लेप्स होने की बात बोल कर भी अतिरिक्त राशन वितरण नहीं किए जाने की खबर है, जो बहुत गंभीर है।उपरोक्त बातें भाकपा माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश कुमार यादव ने गांडेय प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों में राशन से जुड़ी समस्याओं को जानने-सुनने के बाद रसनजोरी पंचायत के बोरोटांड़ गांव में आयोजित एक जन सुनवाई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।उन्होंने कहा कि, एक तो पीडीएस सिस्टम को सरकार ने बर्बाद करके रखा है, गरीबों को राशन देने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। अलावे पीडीएस संचालकों को उचित मानदेय और कमीशन नहीं मिलने के कारण उनके द्वारा भी गरीबों के राशन पर हाथ साफ कर लिया जा रहा है। लेकिन असल गड़बड़ी सिस्टम में है जिसके जिम्मेवार अब तक सरकारों में बैठे लोग रहे हैं। सरकार को पीडीएस संचालकों के लिए उचित मानदेय के साथ पर्याप्त राशन वितरण की व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि गरीबों को राहत मिल सके और उनके राशन चोरी की कोई वजह नहीं रहे।
यहां कार्यक्रम की अगुवाई भाकपा माले के प्रखंड सचिव महताब अली मिर्जा तथा पंचायत प्रभारी रिजवान अंसारी ने करते हुए कहा कि, संगठित रूप से गरीबों को मिलने वाले अतिरिक्त राशन की चोरी की गई है। भाकपा माले इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती। 26 अक्टूबर को प्रखंड में आंदोलन का ऐलान कर दिया गया है।जन सुनवाई के दौरान माले नेताओं ने इस कार्यक्रम को सफल करने की अपील करते हुए कहा कि, संगठित हुए बगैर लोगों को उनका अधिकार कभी नहीं मिल सकता। पार्टियां बदल-बदल कर या जनता को जाति-मजहब में बांट कर वोट की राजनीति करने वाले गांडेय क्षेत्र के नेताओं से गरीबों या आम जनता का कभी भला होने वाला नहीं है। वे माले से जुड़ें और संगठन मजबूत कर अपने अधिकारों के लिए आगे बढ़ें, पार्टी पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है।मौके पर लोबिन यादव, विनोद दास, सनाउल मियां, रंजीत दास, बबीता देवी, तारा देवी, सुगनी देवी, देवंती देवी, सरस्वती देवी, यशोदा देवी, लखिया देवी, माला देवी, सरिता देवी, कौशल्या देवी, बसंती देवी, राधा देवी, ममता देवी, राजन दास, यमुना साव, शंकर दास सहित अन्य महिला पुरुष मौजूद थे।