नवरात्रि के नाै दिन तक पूजा और भक्ति के बाद आखिर में दसवें दिन विजयादशमी मनाई जाती है।गिरिडीह जिला सहित अन्य प्रखंड में माँ को नम आंखों से दी गई विदाई ।जिले के कई पंडाल में सिंदूर खेलने की रश्मअदा की हुई। महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा कर विजयादशमी मनाई।हलाकि यह क्षण थोड़ी देर के लिए भावुक था।माँ दुर्गा की विदाई के समय महिलाओं के आंख नम हो गई थी।जिले के कुछ मूर्तियों को छोड़कर अधिकांश मूर्तियों का विसर्जन किया गया। भक्तों ने जहां जय दुर्गे जय दुर्गे का जयकारा लगाते हुए माता की प्रतिमा को मालवाहक वाहनों से शहर के तालाबों में विसर्जन किया।वही ग्रमीणों ने माँ को कंधे में उठा कर माँ की प्रतिमा को विसर्जित किया।वही जिला के शरीर क्षेत्र के बरगंडा काली मंडा, गांधी चौक की बड़की दुर्गा मईया, छोटकी दुर्गा मईया और पचंबा दुर्गा स्थान की प्रतिमा के साथ अन्य प्रतिमाओं को हजारों भक्तों की भीड़ ने कंधे पर लेकर विसर्जन के लिए निकले।शहर भ्रमण के बाद माता की प्रतिमा का वसर्जन किया गया।सदर प्रखंड के मानसरोवर तालाब में करीब 15 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दुर्लभ नजारे को देखने के लिए हजारों की संख्या में भक्तो की भीड़ जुटी थी।इस दौरान डीसी राहुल सिन्हा, एसपी अमित रेनू समेत पूरे शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस जवान भी तैनात थे।