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पचम्बा में बारिश से गिरे मकान गरीब के मकान का निर्माण रोकने से लोगों में आक्रोश।

गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।

पचम्बा गौशाला मोड़ के पास करीब एक सौ वर्षो से रह रहे एक गरीब परिवार का झोपड़ी नुमा कच्चा मकान, जो पिछली बारिश में गिर गया था, का उस परिवार द्वारा कर्ज लेकर शुरू किए गए निर्माण के कार्य को स्थानीय पुलिस द्वारा रोक लगा दिए जाने से स्थानीय 40-50 गरीब परिवार के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।मकान धंस जाने से संबंधित गरीब परिवार अपने 5 छोटे-छोटे बच्चों सहित फिलहाल सड़क पर आ गया है। घर की महिला मदद के लिए यहां वहां फरियाद लगा रही है। इस बात की जानकारी मिलने पर माले नेता राजेश कुमार यादव तथा राजेश सिन्हा ने स्थल का दौरा कर स्थानीय गरीबों से मुलाकात की तथा घटना के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की।स्थानीय लोगों के साथ पीड़ित परिवार एवं वहां रहने वाले अन्य गरीबों ने बताया कि वे इस जमीन पर 100 से भी अधिक वर्षों से बाप - दादा के जमाने से रह रहे हैं। पहले इसी जमीन में राज्य परिवहन निगम का बस डिपो हुआ करता था। वे मजबूरीवश सड़क किनारे की खाली जमीन पर वर्षों से रहने के लिए बाध्य और यहीं रहकर वह अपना गुजर-बसर करते हैं। नगर पालिका को वे जरूरी टैक्स भी अदा करते आए हैं। लेकिन जब से भू-माफियाओं की इस जमीन पर नजर पड़ी है, वे उनका जीना मुहाल किए हुए हैं। वे लगातार थाना पुलिस के सहयोग से येन केन प्रकारेण उन्हें यहां से उजाड़ देना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि जबकि भू - माफियाओं के पास भी जमीन संबंधी कोई वैध कागजात नहीं है। फर्जी कागजात तथा अपनी हैसियत के भरोसे वे जमीन कब्जाना चाहते हैं। पुलिस उनके साथ न्याय नहीं कर रही है। एक बेहद ही गरीब परिवार का मकान जब पिछली बारिश में धंस गया और वह बेघर हो गया और उसने किसी तरह कर्ज लेकर जब गिरा हुआ घर बनाना शुरू किया तो पुलिस ने बिना कोई उचित छानबीन किए निर्माण कार्य को रोक दिया है। पीड़ित परिवार तथा लोगों की बातों को सुनने के बाद माले नेताओं ने कहा कि लगभग एक सदी से इस जमीन पर रह रहे गरीब लोगों को यूं ही उजाड़ देने का अधिकार किसी को नहीं है। जिस जमीन पर इन लोगों का मकान है वह बहुत लंबी चौड़ी जमीन है और कई कच्चे-पक्के मकान उसमें बने हुए हैं। फिर किसी एक बेघर हुए गरीब को उसका मकान बनाने से रोकना पुलिस की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।माले नेताओं ने पुलिस प्रशासन से पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच तथा गरीबों के साथ अन्याय करने की मांग की है। कहा कि यदि ऐसा नहीं करके गरीबों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी तो उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी।मौके पर बेघर हो गए अपने 5 बच्चों के साथ सोनी देवी, शंकर विश्वकर्मा, सुरेंद्र साव, भूदेव मंडल, विनोद साव, बबलू साव सुरेश पासी, विनोद पासी, मोआ दास, पप्पू दास समेत अन्य थे।

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