रिम्स में मरीजों से इलाज के नाम पर लूट का सिलसिला धड़ल्ले से जारी है. ऐसा कर अस्पताल के कुछ लोग सीधे तौर पर प्राइवेट लैबों और खुद को आर्थिक फायदा पहुंचा रहे हैं. इसकी एक बानगी बुधवार को देखने को मिली. खूंटी जिले के एक गरीब मरीज, जो अभी रिम्स के अंकोलोजी विभाग में भर्ती है, उसका टेस्ट कराया जाना था. लेकिन रिम्स के डॉक्टरों ने यह कहकर मरीज को बाहर के लैब से टेस्ट कराने का निर्देश दे दिया कि अस्पताल में अभी मशीन खराब है.डॉक्टरों ने मरीज को न्यू अंकित पैथो सेंटर लैब से जांच कराने का निर्देश दे दिया. मरीज ने यह जांच बीते 25 फरवरी को करायी थी. अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की गयी है. मुख्यमंत्री ने इसपर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.