जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुवन मे अगामी 24 जुलाई से 27 जुलाई तक लगने वाला चार दिवसीय श्रावण सप्तमी का मेला नहीं लगेगा । जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मौक्ष कल्याण महोत्सव कोरोना महामारी के कारण स्थगीत कर दिया गया है । डुमरी अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी प्रेमलता मुर्मू ने अपने कार्यालय के आदेशानुसार मधुवन के तमाम संस्थाओं को आदेश दिया गया है की कोरोंना महामारी के कारण 31जुलाई तक धर्मशाला मे कोई यात्री को न ठहरने दे।
और न ही किसी तरह का भीडभाड जमा करना है ।ऐसा आदेश से मधुवन के तमाम संस्था के अधिकारियों के साथ- साथ कर्मचारियों एवम दुकानदारों तथा वाहनों के चालको तथा वाहन के मालिकों मे काफी क्षोब व्याप्त हो रहा है।गौरतलब हो की मधुवन मे श्रावण सप्तमी से सीजन प्रारंभ होता था।जो लगातार होली तक चलता था।लेकिन इस बार होली से ही यात्रियों का आगमन बंद हो गया है,और श्रावण सप्तमी को भी असर जस का तस है।ईससे पूरे क्षेत्र मे भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।यात्रियों के नहीं आने से संस्थाओं में के साथ साथ मधुवन बाजार के दुकानदारों गाडीयो के मालिकों डोली मजदूरो गोदी मजदूरों साथ गाईड , डेली मजदूरों पर व्यापक असर पड़ने वाला है ।।
वही पारसनाथ पर्वत मे यात्रियों के भरोसे पूरे पर्वतों मे करीब 50 से 60 दुकानदार भी दुकाने बंद कर ईधर उधर भटक रहे है।जिसके कारण हालत काफी खास्ता हो गया है।गौरतलब हो की मधुवन मे पीछले करीब पांच माह से ताला बंद है।जिसके कारण पूरे मधुवन के लोगो मे काफी आक्रोश पनप रहा है। एवं भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है ।