आज देश गंभीर राजनैतिक आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं सभी प्रकार की विकट परिस्थितियों से जुझ रहा है । उक्त बातें एक प्रेस रिलीज जारी कर झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन ने कही है । खासकर देश में मजदूर वर्ग के सामने सबसे ज्यादा अपने अस्तित्व के चुनौतियों का सामना कर रहा है । देश के विकास में जिन करोड़ों मजदूरों ने, मेहनत कश तबकों ने,देश की खुन पसीना सर्वस्व अपना बलिदान देकर जिसकी नव निर्माण और सकल घरेलू उत्पादन में 65 प्रतिशत से अधिक योगदान देकर देश की गरिमा बनाए रखें हुए हैं । आज इन्हीं मेहनत कश वर्गों को देश की मजदूर बिरोधी सरकार ने इन करोड़ों मेहनत कशों कोक क्या हालत बना दिया है । यह सब के सामने जगजाहिर है । ऊपर से पिछले 200 सालों से अधिक समय मजदूर वर्ग ने अपने बलिदानी कुर्बानी या लड़ाई से जो अधिकार एवं सहूलियत हासिल किया था उन्हें आज मोदी सरकार ने झटके में एक व्यापक साजिश के तहत ना केवल सभी अधिकारों को समाप्त कर दिया है बल्कि मजदूर वर्ग की अपनी संगठन हेड यूनियन को कानूनी स्तर से विकलांग बना दिया है । कहां है कि झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन मोदी सरकार द्वारा कोयला उद्योगों को जो निजी करण एवं देसी विदेशी पूंजीपतियों के हाथों को देने के विरोध में आहूत दो तीन एवं चार जुलाई को सभी ट्रेड यूनियन द्वारा हड़ताल को सफल बनाकर मजदूर विरोधी सरकार को तगड़ा तमाचा मार कर मजदूर वर्ग अपनी ऐतिहासिक चट्टानी एकता बनाए रखना जरूरी है ।