Type Here to Get Search Results !

पारसनाथ पर्वत पर प्रशासनिक आदेश बेअसर, बाइक सवारों की आवाजाही जारी।

पीरटांड़,शिखर दर्पण संवाददाता।

राज्य सरकार द्वारा पारसनाथ पर्वत पर वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध के बावजूद यहां बाइक पर तीर्थयात्रियों को ढोना बदस्तुर जारी है । वन्यजीवों की सुरक्षा और तीर्थस्थल की पवित्रता बनाए रखने के लिए जारी निर्देश अब केवल कागजों पर सिमट कर रह गई हैं। जानकारी के अनुसार, जर्जर और खतरनाक रास्तों पर बाइक से चढ़ाई करने वाले श्रद्धालु न केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि इस अवैध गतिविधि से पर्यावरण और स्थानीय व्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। लगातार बढ़ते बाइक संचालन से डोली मजदूरों के रोजगार पर भी संकट गहराता जा रहा है। डोली मजदूरों ने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

पुलिस बल की तैनाती के बावजूद पहाड़ पर बाइक सवारों की चढ़ाई नहीं थम रही। कुछ जैन यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहते हैं कि प्रशासन यदि सख्ती से आदेशों का पालन करवाए, तो पारसनाथ की पवित्रता और संतुलन दोनों की रक्षा की जा सकती है।वन्‍य प्राणी आश्रयणी क्षेत्र घोषित होने के बाद भी खुलेआम बाइक सवार तीर्थयात्री को ढो रहे हैं।जानकारी के अनुसार, राज्य सरकार ने वन्यजीवों की सुरक्षा और पारिस्थितिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए पारसनाथ पहाड़ पर वाहनों के प्रवेश और संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। इस आदेश का पालन कराने के लिए स्थानीय पुलिस को सख्त दिशा-निर्देश भी दिए गए थे। यहां तक कि पहाड़ की तलहटी पर सूचना पट्ट भी लगाए गए थे, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है ।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.