*बासोडीह से गिरिडीह तक चलने वाली बाबा सम्राट गाड़ी का मामला, वीडियो वायरल
तिसरी,शिखर दर्पण संवाददाता।
झारखण्ड सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी में इन दिनों नियमों की धज्जियां उड़ाकर विद्यार्थियों और बुजुर्गों से जबरन वसूली की जा रही है। शुक्रवार को भी ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। जिसमें मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के तहत बासोडीह से गिरिडीह तक चलने वाले बाबा सम्राट गाड़ी संख्या जेएच 11 एआर 6087 में गिरिडीह से लौट रहे तीन छात्रों और एक बुजुर्ग से जबरन किराया वसूली करने का आरोप लगा है। छात्रों ने इससे जुडा एक वीडियो क्लिप भी बनाया है। चंदौरी के रहने वाले छात्र रौनक कुमार ने बताया कि वो और उनके दो साथी पठन - पाठन के कार्य से गिरिडीह गए थे, वापसी के क्रम में मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी (बाबा सम्राट) में चढ़े तो कंडक्टर ने किराया मांगा। जिसके बाद उन्होंने अपना कॉलेज आईकार्ड दिखाया जिसके बाद भी कंडक्टर व अन्य कर्मी किराया नहीं देने पर गाड़ी से उतार देने की बात कहने लगे। जिसपर छात्रों और बस कर्मियों में नोक झोंक हो गई। जब छात्रों ने इसका वीडियो बनाना शुरू किया तो कंडक्टर ने वीडियो बना रहे छात्र का कॉलर पकड़ लिया।
और बस मारने की धमकी दी साथ ही वीडियो डिलीट करने को कहा।
जिसके बाद छात्रों ने डर से किराया दे दिया।वहीं उसी बस में बैठे एक 63 वर्षीय बुजुर्ग से भी किराया वसुला गया।गांवा के रहने वाले नारायण रविदास ने बताया कि वे बंगाल में नौकरी किया करते थे। रिटायर होने के बाद अपने घर गांवा में रहते हैं। इसी बीच काम से गिरिडीह जाना पड़ा, वापसी के क्रम में बस कंडक्टर ने यह कह कर भाड़ा ले लिया कि मेरा आधार कार्ड बंगाल का है। हालांकि यह कोई नया मामला नहीं है, इससे पहले भी ऐसे कई मामले आ चुके हैं लेकिन संबंधित विभाग व प्रशासन के उदासीनता के कारण मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी में जबरन वसूली और जारी है।इस संबंध में फोन पर पूछे जाने पर कंडक्टर विक्की कुमार ने पैसे लेने की बात से साफ इंकार कर दिया।वहीं मामले को लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। वही इस मामले को लेकर प्रधान सहायक परिवाहन विभाग गिरिडीह का कहना है कि आवेदन मिलने पर संबंधित बस मालिक और कंडक्टर पर कार्रवाई की जाएगी।