मधुबन थाना मधुबन पंचायत क्षेत्र के ढोलकट्टा ग्राम मे वुधवार को शहादत दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम मे जानकारी दी गई की गांव का ही डोली मजदूर मोतीलाल बास्के का हत्या हुए 4 साल हो गया और आज 9 जून को उनकी चौथी शहादत दिवस मनाया जा रहा है। साथ ही झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने। हेमंत सोरेन को दो साल से ज्यादा होने को है फिर भी आज तक मोतीलाल बास्के के परिवार को न्याय नही मिल पाया है। न्याय दिलाने के दंभ भरने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज चुप्पी साधे बैठे हैं। जबकि 9 जून 2017 की घटना है।
जब गिरिडीह जिला अंतर्गत पारसनाथ पहाड़ के तलहटी में बसे ढोलकट्टा गांव निवासी मोतीलाल बास्के रोजाना की तरह अपने कार्य को समाप्त कर घर वापस आ रहें थें इस बीच पारसनाथ पहाड़ के रास्ते में सीआरपीएफ कोबरा द्वारा गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी ,और उस समय के बीजेपी सरकार के नेतृत्व में काम कर रहे पुलिस-प्रशासन उसे फर्जी तरीके से नक्सली बनाने पर तुले हुए थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मोतीलाल बास्के के परिवार को न्याय दिलाने की घोषणा 2017 में ही किया था जब वो प्रतिपक्ष के नेता थे आज वो मुख्यमंत्री हैं फिर भी मोतीलाल बास्के का न्याय नही मिला है। अब जरूरत है फिर से न्याय के लिए लड़ाई आगे बढ़ाने की।कार्यक्रम मे गांव व आसपास के दर्जनों ग्रामीण सम्मलित हुए।