जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुवन पारसनाथ पर्वत एवं तलहटी में शुक्रवार को तीर्थंकर भगवान शीतलनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याणक महोत्सव पूरे विधि विधान के साथ मनाया गया।ईस अवसर पर प्रातःकाल पारसनाथ पर्वत पर बना शीतलनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याणक भुमि पर विद्दुतवर कूंट की साफ सफाई कर टोंक मे विराजमान प्रभु के चरण का जल व पंचामृत से अभिषेक कर पूजा विधान किया गया।एवम टोंक का परिदक्षणा देकर वंदन कर टोंक पर निर्वाण लाड्डू चढाया गया।एवम आरती उतारी गई।भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमिटि के सहायक प्रबंधक देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया की भगवान शीतलनाथ स्वामी का मोक्ष शिखरजी में विद्दुत वर कूट ( टोंक न.-12 ) में हुआ था | आज ही के दिन पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में संध्या के समय 1000 मुनिराजों के साथ सिद्ध पद को प्राप्त किया था | इस कूट से 18 कोड़ा कोड़ी 42 करोड़ 32 लाख 42 हजार 905 मुनि मोक्ष गये है । यह टोंक पुजनीय है।उन्होंने बताया की पर्वत मे जैन समाज का 24 तीर्थकरो मे से 20 तीर्थकरो का निर्वाण हुवा है ।वैसे पर्वत मे सभी 24 तीर्थकरो का निर्वाण कल्याणक महोत्सव मनाया जाता है। इधर मधुबन के तमाम संस्थाओं मंदिरों में भी भगवान शीतल नाथ स्वामी का मौक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया । पर्वत पर मुख्य रूप से नीलकंठ महतो,विष्णु कुमार,राधेश पाठक,सुरज तुरी,मनोज महतो,प्रशांत सराक,मधु सराक,शक्तिपद सराट,सुनिल अग्रवाल, संजय मिश्रा,आदि लोग उपस्थित थे।