छापेमारी में अवैध लॉटरी टिकटों के करोड़ो रूपये के कारोबार पर पुलिस ने पटाक्षेप किया है।
SHIKHAR DARPANSunday, January 08, 2023
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चित्तरंजन,शिखर दर्पण संवाददाता।
झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर अवैध लॉटरी टिकटों के करोड़ो रूपये के कारोबार का पुलिस ने पटाक्षेप किया है। इन टिकटों पर करोड़ों रुपये के इनाम के लालच में सैकड़ों लोग फंसते जा रहे थे। अपनी गाढ़ी कमाई से शार्ट कर्ट में अधिक पैसे कमाने के लालच में फंसे लोगों की कमाई यह गिरोह एक झटके में चट कर रहा था। बताया जा रहा है इस गिरोह का नेटवर्क बंगाल के साथ साथ झारखंड, ओडिसा, बिहार में भी फैल है पुलिस रिमांड पर लेकर इनसे अन्य सदस्यों के बारे में पता लगा रही है। नकली लॉटरी टिकट देखने मे बिल्कुल असली लगते है। हर दिन इस बात का प्रचार किया जा रहा है कि कोई न कोई करोड़ों रुपये का मालिक बन रहा है। नकली लॉटरी टिकट बेचने वालों ने इस मौके का फायदा उठाया है।
डियर नागालैंड, डियर हुगली, डियर हंक नाम से फर्जी टिकट बेचकर इन्होंने करोड़ों की कमाई की है। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के तहत जमुरिया थाना क्षेत्र से 10 और आसनसोल क्षेत्र से दो लोगों को पुलिस ने इसी बिनाह पर गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि प्रतिदिन लगभग 5,000 नकली लॉटरी टिकट बेचने का काम करते है। पिछले कई महीने से क्षेत्र में लगभग हर जगह इन फर्जी टिकटों की बिक्री कर रहे थे। जमुरिया पुलिस इस गिरोह का पता लगाने में सफल रही है। पकड़े गए लोगों में कमलेश कुमार गुप्ता, श्यामल करमाकर, राकेश सिंह, सरफराज आलम, मेजर नसीम अंसारी, मंगल दास, शहाबुद्दीन जर्राह, श्यामचरण अधिकारी, मेजर अख्तर, अजीत गुप्ता, अरविंद पांडेय और रवि गिरी शामिल है।
इन्हें सात दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब इस चक्रव्यूह के तमाम पहलुओं का पर्दाफाश करने की तैयारी में है। पुलिस के अनुसार जमुरिया निवासी कमलेश गुप्ता इन फर्जी टिकटों को बेचने का सबडिस्ट्रीब्यूटर है। आसनसोल के अरविंद और रवि टिकटों की डिलिवरी करते है। टिकटों का वितरण कमलेश द्वारा क्षेत्र के विभिन्न सेलिंग एजेंट प्रतिनिधियों के माध्यम से किया जाता है।अकेले जमुरिया इलाके में ही पुलिस को 26 लोगों के नाम पता चले हैं जो ये फर्जी टिकट बेचते है। पूरे उद्योग जगत के सैकड़ों बेरोजगार युवा इस धंधे से जुड़े हुए है। नकली टिकटों की बिक्री पर दिया जाने वाला कमीशन बहुत अधिक रहता है।अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि टिकट कहां पहुंचाए गए, इस धंधे का मास्टरमाइंड कौन है, कहां से ये टिकट छपे।