जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन स्थित सरकारी गेस्ट हाउस में रविवार को पारसनाथ पर्वत के संबंध में चल रहे विवाद के निपटारे हेतु एक बैठक आयोजित कि गई । बैठक में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा,आरक्षी अधीक्षक अमित रेणु,विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, अनुमंडल पदाधिकारी प्रेमलता मुर्मू, एसडीपीओ मनोज कुमार, वीडियो दिनेश कुमार,सीओ विनय प्रकाश तिग्गा, पीरटांड़ थाना प्रभारी दिलशान बीरूआ, मधुबन थाना प्रभारी मृत्युंजय कुमार सिंह सहित जैन समुदाय और ट्रस्ट के प्रतिनिधि, स्थानीय जनप्रतिनिधी , स्थानीय संथालियों, गैर संथालियों तथा जिला प्रशासन समेत सभी आला अधिकारियों की उपस्थिति में एक वार्ता हुई । वार्ता सकारात्मक रही । सभी समुदाय के तरफ से एक ही बात निकल कर आई कि सह अस्तित्व की भावना जैसे पहले से चलती आ रही है वैसे ही आगे भी चलती रहे ।
न जैन तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी होनी चाहिए और न ही संथाल समुदायों को मरांग बुरु तीर्थस्थल पर जाने में कोई परेशानी होनी चाहिए ।वार्ता में दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी कि किसी भी प्रकार के नए नियम जैन के तरफ से नही लगाई जाएगी । और न ही किसी तरह के प्रतिबंध संथालों की तरफ से होगी । पूर्व की तरह दोनों ही अपने अपने तीर्थस्थल और धार्मिक रीति रिवाज और परंपरा का सम्मान करेंगे ।विधायक के सुझाव पर अब एसडीओ की अध्यक्षता में एक अनुमंडलीय स्तर की कमिटी बनेगी । इस कमिटी में एसडीओ, वीडियो,सीओ जैन समुदाय के दोनों संप्रदाय दिगम्बर और श्वेतांबर के सदस्य, स्थानीय जन प्रतिनिधि , मरांग बुरु के प्रतिनिधि होंगे । विधायक, सांसद इनके पदेन सदस्य होंगे । बहुत जल्द इसका प्रारूप तैयार कर लिया जाएगा । और किसी भी अप्रिय घटना होने पर ये कमिटी सबसे पहले सुलझाने का प्रयास करेगी।वार्ता को दोनों ही पक्षों ने प्रशंसा की ।