भाकपा माले के 11वें महाधिवेशन की तैयारी तेज कर दी गई है। इसके लिए सभी स्तर की कमिटियां और नेता कार्यकर्ता पूरे जोर-शोर से जनता के बीच जाना शुरू कर चुके हैं। आज इसी क्रम में सदर प्रखंड के लेदा में हुई एक मीटिंग में लेदा, सिंदवरिया तथा अलगुंदा पंचायत के पार्टी समर्थकों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता सदानंद स्वर्णकार तथा संचालन सोबराती अंसारी व शंकर तुरी ने किया। यहां अपने संबोधन में पार्टी नेता एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि, भाकपा माले ही गरीब-गुरबों की सच्ची हितैषी पार्टी है। उन्होंने कहा कि, इस पूरे इलाके को विकास के मामले में एकदम से पिछड़ा बनाकर रखा गया है। इनका वोट लेने वाले जनप्रतिनिधि भी इनका ख्याल नहीं करते। उन्हें सिर्फ वोट से मतलब है।श्री यादव ने कहा कि, जनता के बीच बकाया बिजली का भुगतान नहीं कर पाना एक बड़ा सवाल बना हुआ है। हमने इस सवाल पर आंदोलन शुरू कर दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की, कि वे गांवों में संगठन बनाकर अपने सवालों पर संघर्ष शुरू करें।
पार्टी महाधिवेशन के बाद 26 फरवरी को बिजली बिल माफी, गरीबों के राशन का सही वितरण, सरकारी स्कूलों व अस्पतालों में सुधार करने सहित जनता के अन्य मुद्दों को लेकर कोवाड़ में किसान-मजदूर अधिकार रैली की जाएगी। बिजली बिल माफी को लेकर आर-पार की लड़ाई शुरु करनी होगी।मौके पर तीनों पंचायतों को मिलाकर पार्टी की लोकल कमेटी का गठन कर सदानंद स्वर्णकार को सचिव चुना गया, जबकि कमिटी में 15 सदस्य शामिल किए गए। कमेटी को 3 पंचायत के सभी गांव/टोलों में ग्राम सभाओं का आयोजन कर जन मुद्दों को संकलित करने तथा पार्टी मजबूती का अभियान चलाकर महाधिवेशन के साथ-साथ जन आंदोलन की भी तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया गया।आज की मीटिंग में मुख्य रूप से सदानंद स्वर्णकार, संजय चौधरी, मनोज कुमार यादव, कार्तिक वर्मा, पंकज वर्मा, सोबराती अंसारी, शंकर तुरी, शंकर कुमार वर्मा, अन्य मौजूद थे।