आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के आलोक में गिरिडीह जिला अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कन्या पूजन का आयोजन किया गया।
SHIKHAR DARPANMonday, October 11, 2021
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गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।
स्वतंत्रता के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में #आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के आलोक में गिरिडीह जिला अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कन्या पूजन का आयोजन किया गया। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथाओं व अन्य गतिविधियों का संचालन किया गया। महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं व अन्य गतिविधियों का संचालन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में बालिका पूजन किया गया तथा वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम के दौरान पोषण से संबंधित जानकारी भी साझा की गई।कार्यक्रम के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य मानव शरीर के लिए सही पोषण के महत्व और भूमिका पर प्रकाश डालना है। आवश्यक पोषक तत्वों और कैलोरी के संयोजन के साथ एक संतुलित आहार मानव शरीर के सुचारू रूप से काम करने और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही सबसे महत्वपूर्ण है कि समाज के वंचित एवं कमजोर वर्ग के लोगों तक कुपोषण के कारणों की जानकारी आसानी से पहुंचाई जाए।
दूसरी तरफ बच्चों, गर्भवती एवं धातृ महिलाओं को पौष्टिक आहार, एनीमिया, स्वच्छता और साफ सफाई के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करने का प्रयास सही तरीके से किया जायेगा, ताकि शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करते हुए जीवन में पोषण के महत्व को बताया जा सके। दूसरी ओर गर्भावस्था के दौरान गर्भवती माताओं का विशेष ध्यान रखा जाय एवं उनके द्वारा पौष्टिक आहार जैसे-हरी साग-सब्जी, अंडा, दूध, मछली, दाल, अंकुरित अनाज आदि का सेवन किया जाय। इससे जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहेंगे एवं कुपोषण जैसी समस्या का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ हीं उन्होंने कहा कि गर्भवती एवं धात्री माताओं के अलावा किशोरी बालिकाओं को भी संतुलित आहार लेना चाहिये एवं समय-समय पर स्वास्थ्य संबंधी जाँच कराया जाना चाहिये। जब तक वे स्वयं स्वस्थ नहीं रहेंगी तब तक वे अपने परिवार को स्वस्थ नहीं रख सकती है। सबसे महत्वपूर्ण स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतों को अपनाने अपनाते हुए दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।उक्त कार्यक्रम में सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, पर्यवेक्षिका आदि संबंधित अधिकारी एवं कार्य में उपस्थित थे।