बीस बीस तीर्थंकरों की निर्वाण स्थली पारसनाथ पर्वत पर शनिवार को जैन धर्म के पांचवे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याण महोत्सव बड़े ही हर्ष व उल्लास के बीच मनाया गया । पारसनाथ पर्वत स्थित टोंक का परिक्रमा कर निर्वाण लाड्डु चढाया गया। वहीं मधुबन के विभिन्न मंदिरों मे पूजा अर्चना कर पूरे नियमानुसार प्रभु की प्रतिमा के समक्ष निर्वाण लाड्डू चढ़ा कर सांस्कृतिक कार्यक्रम करते हुए प्रभु की आरती उतारी गई।श्री दिगम्बर जैन बीसपंथी कोठी के आदि मंदिर मे भगवान का मोक्ष कल्णायक महोत्सव के अवसर पर निर्वाण लाड्डू चढ़ाया गया, ओर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए ।
संस्था के प्रबंधक सुधाकर अन्नदाते ने बताया की मंदिर जी मे प्रभु का निर्वाण महोत्सव कार्यक्रम की सम्पूर्ण सामग्री का व्यस्था किया गया था।बाहर से आने वाले यात्री नहीं रहने से मधुवन के जैन समाज के दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित होकर भगवान का पुजा व अराधना किया एवम आरती का लाभ लिया ।गौरतलब हो की भगवान नेमिनाथ स्वामी का मोक्ष गुजरात प्रांत के गीरनार पर्वत मे हुवा था।जैन धर्म के चार तीर्थंकर मे पहला आदिनाथ दुसरा नेमिनाथ तीसरा भगवान बासुपुज्य स्वामी एवम चौथा भगवान महावीर का मोक्ष बिहार प्रदेश के पावापुरी गांव मे हुवा था।लेकिन मधुवन मे सभी चौविसो तीर्थकरो के सभी कल्णायक महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
भगवान नेमिनाथ स्वामी का मोक्ष कल्याणक महोत्सव जैन श्वेतांबर सोसायटी, तलेटी तीर्थ,तेरा पंथी कोठी, कच्ची भवन,अणिंदा पार्श्वनाथ भवन,गुणायतन,शास्वत भवन,निहारीका भवन,प्रकाश भवन,भोमिया जी भवन,तामिलनाडू भवन,शांतिधाम परिसर,शिद्धायतन,राजेन्दरधाम परिसर ,आदि में भी आयोजित किए गए ।