सांसद खेल महोत्सव 2025 में बैडमिंटन के फाइनल मुकाबले संपन्न।
SHIKHAR DARPANThursday, November 06, 2025
0
गिरिडीह,शिखर दर्पण संवाददाता।
सांसद खेल महोत्सव 2025 के तहत आयोजित बैडमिंटन प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले शुक्रवार को गिरिडीह इनडोर स्टेडियम में अत्यंत उत्साह और खेल भावना के साथ संपन्न हुए।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, सुरेश मंडल, टूर्नामेंट प्रभारी नागेंद्र मुकेश सर तथा भाजपा आईटी सेल संयोजक शाहिल शर्मा उपस्थित रहे।कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रेरणादायक संदेश भी साझा किया गया। उन्होंने कहा कि “सांसद खेल महोत्सव भारत के युवाओं में खेल और स्वास्थ्य के प्रति नई चेतना जगा रहा है। खेल केवल शरीर को ही नहीं, बल्कि मन और आत्मा को भी सशक्त बनाते हैं।” प्रधानमंत्री के इस संदेश ने खिलाड़ियों और दर्शकों में नई ऊर्जा का संचार किया। *फाइनल मुकाबलों के परिणाम:- पुरुष सीनियर डबल्स: रोशन कुमार और आदर्श पांडेय विजेता, अभिषेक कुमार और अमन सलूजा उपविजेता।बालक सीनियर सिंगल्स: अंकित कुमार विजेता, अंकित यादव उपविजेता।पुरुष 40+ डबल्स: संजीव कुमार और विनय कुमार सिंह विजेता, रोहित कुमार और सुनील बगड़िया उपविजेता।बालिका 15+ सिंगल्स: राशी कुमारी विजेता, काश्वी कृष्णांग उपविजेता।सभी विजेताओं को मुख्य अतिथियों द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किए गए
अपने संबोधन में पूर्व नगर पार्षद अध्यक्ष दिनेश यादव ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव युवाओं को फिटनेस और अनुशासन की राह पर अग्रसर करने का अभियान है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी के “फिट इंडिया – युवा इंडिया” विजन का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।टूर्नामेंट प्रभारी नागेंद्र कुमार ने सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि गिरिडीह के खिलाड़ियों ने शानदार अनुशासन और टीम भावना का परिचय दिया है।आयोजन समिति ने बताया कि सांसद खेल महोत्सव का अगला चरण 14 नवम्बर 2025 को एच. ई. हाई स्कूल ग्राउंड, गिरिडीह में एथलेटिक्स एवं वॉलीबॉल प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया जाएगा। प्रतियोगिता प्रातः 9 बजे से आरंभ होगी।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। खिलाड़ियों और अतिथियों ने “फिट रहो – आगे बढ़ो” और “जहाँ युवा आगे बढ़ते हैं, वहाँ भारत विजयी होता है” के नारे लगाए।गिरिडीह में सांसद खेल महोत्सव का यह दूसरा दिन खेल, अनुशासन और देशभक्ति का अद्भुत संगम बन गया, जिसने यह संदेश दिया कि “खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का आधार हैं।”