जैनियों के महान तीर्थ स्थल मधुवन के प्रागंण मे जैन साधु-साध्वी का वर्षाकाल चातुर्मास अगामी 01 जुलाई से प्रांरभ हो जाएगा।ईस दौरान कुल चार माह एक निश्चिंत जगह मे रूक कर धर्म अराधना व तप-जाप करते है।पूर्व पीछले काफी दिनो से सैकड़ों साधु-साध्वी एवम श्रावक-श्राविकाओं का सामुहिक चातुर्मास मधुवन के विभिन्न संस्थाओं मे होता आ रहा है ।लेकिन ईस वर्ष पूरे विश्व मे फैले कोरोना महामारी के कारण देश मे चल रहे लोकडाउन के कारण साधु-संत़ो का आगमन स्थिर हो गया जिसके कारण चातुर्मास का कार्यक्रम मे कोई विषेश कार्यक्रम नहीं आयोजित किया जा रहा है ।वर्तमान मे जो मधुवन के विभिन्न संस्थाओं मे साधु-संत रूके है।उनका स्थान परिवर्तन कर चातुर्मास का प्रवेश कराने का समय तय किया गया है । रविवार को मधुवन के जैन श्वेताम्बर सोसाइटी मे दौलत सागर समुदाय की साध्वी सन्ध्या श्री जी महाराज साहब आदि ढाणा--03 एवम मणीप्रभा समुदाय की साध्वी प्रियस्मिता श्री आदि ढाणा-06 का प्रवेश कच्ची भवन से होना तय हुवा है।
वही राजेन्द्रधाम परिसर मे आचार्य राजपरम शुरीश्वर जी महाराज आदि ढाणा-06 एवम साध्वी शिलरत्ना श्री जी महाराज आदि ढाणा -14 का भी प्रवेश रविवार को जैन श्वेताम्बर पूर्तिपूजक तपागच्छ तलेटी तीर्थ स्थल से प्रवेश होना निश्चित हुवा है।और चातुर्मास राजेन्द्र धाम परिसर मे चातुर्मास है।वही कच्ची भवन मे मुनिश्री विधाविक्षुक श्री महाराज आदि ढाणा-01 का चातुर्मास कच्ची भवन मे है।वही शिखरजी से सटा भगवान महावीर स्वामी के केवल्य ज्ञान भुमि त्रजुबालिका तीर्थ मे पायचंद गच्छ समुदाय की साध्वी ओमकार श्री महाराज के परम प्रभावक शिष्या साध्वी भव्यनंदा श्री जी महाराज आदि ढाणा-07 का चातुर्मास त्रजुबालिका तीर्थ बराकर मे होना निश्चित हुवा है।